ताजा समाचार

उमा भारती ने लालकृष्ण आडवाणी से जुड़ा एक पुराना किस्सा सुनाया

सत्य खबर/नई दिल्ली:

अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं. ऐसे में राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रहीं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती इन दिनों अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी उत्साहित हैं. लगातार कई मीडिया चैनलों को इंटरव्यू देने के बाद अब उमा भारती ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर बाबरी मस्जिद ढांचा गिराए जाने के बाद लालकृष्ण आडवाणी से जुड़ी दो बड़ी घटनाओं का जिक्र किया है.

आगरा जेल की घटना का जिक्र किया

Delhi News: बकरीद से पहले दिल्ली सरकार का एक्शन! ऊंट और गाय की कुर्बानी पर बैन, सरकार ने किया साफ-साफ ऐलान
Delhi News: बकरीद से पहले दिल्ली सरकार का एक्शन! ऊंट और गाय की कुर्बानी पर बैन, सरकार ने किया साफ-साफ ऐलान

उमा भारती ने ट्वीट किया, ‘एक हफ्ते पहले मैंने एक चैनल को इंटरव्यू दिया और फिर इंटरव्यू का सिलसिला चलता रहा. जब मैंने अपने विभिन्न उत्तरों पर आत्मचिंतन किया तो मुझे लगा कि यद्यपि दोनों बातों में कोई विरोधाभास नहीं है, फिर भी वे विरोधाभासी प्रतीत हो सकती हैं। मैंने जिन दोनों घटनाओं का जिक्र किया, वे आडवाणी जी की महानता को दर्शाती हैं। गिरफ्तारी के बाद 8 दिसंबर को आगरा जेल की घटना का जिक्र करते हुए उमा भारती ने लिखा कि ‘6 दिसंबर की घटना के तुरंत बाद 8 दिसंबर को आडवाणी जी और पांच अन्य नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया.’

‘मैं अशोक सिंघल जी, मुरली मनोहर जोशी जी, विष्णुहरि डालमिया जी, विनय कटियार जी थे। गिरफ्तारी के बाद हम छह लोगों को आगरा जेल ले जाया गया, वहां सुबह आडवाणी जी 6 दिसंबर की घटना पर विज्ञप्ति जारी कर रहे थे और खेद लिख रहे थे, जिसे मैंने देखा और आपत्ति के बाद आडवाणी जी ने वह पेपर नहीं भेजा. और इसे मेरी जेब में रख दो।

जेल अधिकारियों के अनुरोध का जिक्र किया

IND vs ENG: IPL के धुरंधरों को मिला टेस्ट टीम में मौका, क्या नई टीम इंग्लैंड में कर पाएगी कमाल?
IND vs ENG: IPL के धुरंधरों को मिला टेस्ट टीम में मौका, क्या नई टीम इंग्लैंड में कर पाएगी कमाल?

राम मंदिर आंदोलन के दौरान लाल कृष्ण आडवाणी से जुड़ी दूसरी घटना का जिक्र करते हुए उमा भारती ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘कुछ दिनों बाद जब हम उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में माता टीला रेस्ट हाउस में थे, जिसे दर्जा प्राप्त था. जेल। एक महीने तक वहां रखे जाने पर आडवाणी जी प्रतिदिन सुबह 8 बजे और शाम 4 बजे लॉन में टहलते थे। जिस पर जेल अधिकारियों ने मेरे माध्यम से आडवाणी जी को अपना अनुरोध भेजा कि इस स्थान पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन बहुत दूर पेड़ से टेलीस्कोप राइफल से फायर करने से आडवाणी जी की जान को खतरा हो सकता है।

‘इसलिए आडवाणी जी को शाम को अंधेरा होने के बाद टहलना चाहिए।’ जब मैंने ये बात अडवाणी जी तक पहुंचाई तो अडवाणी जी का जवाब अनोखा था. उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं यहां शहीद हो जाऊंगा तो इस देश का राम मंदिर बनाने का संकल्प जल्द ही पूरा हो जाएगा. उन्होंने मुझे ये बात अकेले में बताई जो एक पिता और एक नेता अपनी बेटी और अपने अनुयायी से कह रहे थे.

Back to top button